उत्तरकाशी के धाराली में बादल फटने और भूस्खलन के बाद हालात अब भी गंभीर हैं। टूटी सड़कों, मलबे से बंद रास्तों और भयभीत ग्रामीणों के बीच सवाल उठ रहे हैं—क्या खतरा टला या खतरे की घंटी अब भी बज रही है? India First Reports की ग्राउंड रिपोर्ट में देखिए ज़मीनी सच्चाई और लोगों की चिंताएं।
धराली में बादल फटने के बाद, उत्तरकाशी ज़िले में खतरे की घंटी अब भी बज रही है। भूस्खलन, टूटी सड़कों और मलबे में तब्दील हो चुके रास्तों के बीच, लोग अब भी डरे हुए हैं। India First Reports की टीम ने वहां के ग्रामीणों से बात की, जिन्होंने बताया कि कैसे हर साल की बारिश उनके लिए जीवन और मौत के बीच की लड़ाई बन चुकी है।क्या हालात सुधरे हैं? क्या सरकार की मदद उन तक पहुँची है? क्या उत्तरकाशी अब भी खतरे में है? इस ग्राउंड रिपोर्ट में देखिए—ज़मीनी हकीकत, डरे हुए चेहरों की झलक और वो सवाल जो अब तक जवाब मांग रहे हैं। पूरी खबर देखने के लिए वीडियो पर क्लिक करें।