India First Reports से विशेष बातचीत में आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि “तन समर्पित, मन समर्पित” पुस्तक युवाओं को समर्पण और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देगी।
दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने “तन समर्पित, मन समर्पित” पुस्तक का लोकार्पण किया। इस मौके पर India First Reports ने आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार से खास बातचीत की।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि यह पुस्तक केवल साहित्य का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। उनके मुताबिक, “आज की युवा पीढ़ी को विचार और आदर्श की ज़रूरत है। ‘तन समर्पित, मन समर्पित’ जैसी रचनाएँ उन्हें यह संदेश देती हैं कि जीवन का लक्ष्य केवल व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि राष्ट्र और समाज की सेवा भी है।”
उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस हमेशा से समर्पण और सेवा की परंपरा पर आधारित रहा है, और यही परंपरा इस पुस्तक में दिखाई देती है। इंद्रेश कुमार ने उम्मीद जताई कि यह पुस्तक देशभर में विशेषकर युवाओं और छात्रों में लोकप्रिय होगी और उनमें राष्ट्रप्रेम की भावना को मजबूत करेगी।
India First Reports के साथ हुई बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि साहित्य और संस्कृति राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं और आने वाले समय में इस दिशा में और काम होना चाहिए। पूरी खबर देखने के लिए वीडियो पर क्लिक करें।