‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही है। प्रोड्यूसर अमित जानी ने दावा किया था कि मूवी की कमाई का 25% हिस्सा कन्हैया लाल के परिवार की कानूनी लड़ाई के लिए दिया जाएगा। फिल्म फ्लॉप होने के बाद उनका बयान सोशल मीडिया पर विवाद का कारण बन गया है, जिससे बहस और तेज हो गई है।
उदयपुर फाइल्स असफल, निर्माता का बयान बना विवाद
नई दिल्ली। कन्हैया लाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ रिलीज़ के बाद बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को खींचने में नाकाम रही। फिल्म के निर्माता अमित जानी ने पहले घोषणा की थी कि मूवी की कुल कमाई का 25 प्रतिशत हिस्सा कन्हैया लाल के परिवार की कानूनी लड़ाई में खर्च किया जाएगा। लेकिन फिल्म की असफलता के बाद जानी का एक बयान सामने आया है, जिसने विवाद को और गहरा कर दिया है।
फिल्म की पृष्ठभूमि
‘उदयपुर फाइल्स’ की कहानी 2022 में राजस्थान के उदयपुर में हुई उस जघन्य वारदात पर आधारित है, जिसमें टेलर कन्हैया लाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था और सांप्रदायिक तनाव भी गहराया था। फिल्म को इस घटना की सच्चाई और पीड़ित परिवार की न्यायिक लड़ाई पर केंद्रित कर बनाया गया था। रिलीज़ से पहले इसे "न्याय की आवाज़" बताया गया था।
प्रोड्यूसर का वादा और बदलता माहौल
अमित जानी ने घोषणा की थी कि फिल्म की आय का बड़ा हिस्सा कानूनी प्रक्रिया में परिवार की मदद के लिए दिया जाएगा। यह घोषणा चर्चा में रही और फिल्म को सामाजिक न्याय के नजरिए से भी देखा गया। लेकिन जब फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया तो प्रोड्यूसर का बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने हिंदू समाज को लेकर तीखी टिप्पणी की।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
जानी का वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कुछ लोगों ने इसे फिल्म की असफलता से उपजी निराशा बताया, जबकि कई यूज़र्स ने आरोप लगाया कि यह बयान फिल्म की नाकामी को छिपाने की कोशिश है। ट्विटर और फेसबुक पर #UdaipurFiles और #AmitJani जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
फिल्म की कमाई और समीक्षाएँ
बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म पहले हफ्ते में ही बुरी तरह पिछड़ गई। समीक्षकों का कहना है कि फिल्म का नैरेटिव संवेदनशील विषय पर था, लेकिन निर्देशन और प्रस्तुति दर्शकों को जोड़ने में असफल रही। कुछ समीक्षाओं ने इसे भावनात्मक अपील वाला प्रयास बताया, लेकिन व्यावसायिक दृष्टि से फिल्म को असफल माना गया।
आगे की स्थिति
फिल्म की असफलता और प्रोड्यूसर का बयान अब एक राजनीतिक और सामाजिक बहस का मुद्दा बन चुका है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि निर्माता अपने पहले किए गए वादे पर अमल कर पाएंगे या नहीं। कन्हैया लाल का मामला अब भी अदालत में लंबित है और परिवार की कानूनी लड़ाई जारी है। आने वाले दिनों में देखना होगा कि यह फिल्म और इससे जुड़ा विवाद किस दिशा में आगे बढ़ता है। पूरी खबर देखने के लिए वीडियो पर क्लिक करें।