कानपुर देहात के महेंद्र बाबू अपने साइकिल पर चारधाम और 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा पर निकले हैं। लेकिन इस यात्रा की सबसे खास बात है उनका साथी कबूतर ‘भोला’, जो अचानक एक होटल के पास उनकी जिंदगी में आया और अब बिना कहे उनके जीवन का हिस्सा बन गया है।
कानपुर देहात के महेंद्र बाबू अपने साइकिल पर चारधाम और 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा पर निकले हैं। लेकिन इस यात्रा की सबसे खास बात है उनका साथी कबूतर ‘भोला’, जो अचानक एक होटल के पास उनकी जिंदगी में आया और अब बिना कहे उनके जीवन का हिस्सा बन गया है। भोला अब हर समय महेंद्र बाबू के साथ रहता है — कभी कंधे पर, तो कभी साइकिल के हैंडल पर। ना बारिश रोकती है, ना धूप। महेंद्र बाबू कहते हैं, “भोला सिर्फ एक पक्षी नहीं, भगवान का भेजा हुआ साथी है।” इस वीडियो में देखिए कैसे एक साधारण से दिखने वाले इंसान और एक पक्षी की ये यात्रा बन गई है आस्था, प्रेम और समर्पण की मिसाल।